स्वास्थ विभाग की स्थिति अब इससे ज्यादा बदतर क्या होगी?
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बिहार की बदहाल स्थिति का जिम्मेवार कौन""
खुजली की दवा भी नहीं है सरकारी अस्पतालों में, अब आप ही बताइए इस तरह के अस्पतालों से आखिर क्या उम्मीद किया जाये। जी हाँ मैं स्वास्थ केंद्र फतहपुर की बात कर रहा हूँ वहाँ मौजूद डॉक्टर साहब ने कहा कि यह दवा अभी उपलब्ध नहीं है मैं बोला की , श्रीमान मैं दो महीने से इस दवा के लिए आ रहा हूँ और हर बार यही कहा जाता है कि दवा उपलब्ध नहीं है तो डॉक्टर साहब बोले की सिर्फ यही नहीं पूरे बिहार में कही भी दवा नहीं है इसके लिए आपको बिहार से बाहर जाना होगा। आप तो बधाई के पात्र है श्री तेजप्रताप यादव जी स्वास्थ बिभाग की स्थिति इतनी जबरदस्त जो है,।बिहार सरकार नितीश कुमार जी ,जो ढिंढोरा विकास का पीटते है और स्थिति बदहाल है
अब आप सब मेरी मदद करे यह तय करने में की " बिहार की बदहाल स्थिति का जिम्मेदार कौन" सरकार, पदाधिकारी, या जनता।
शिवहर जन जागरण मंच
सुधीर कुमार गुप्ता
मो-9525847700
नहीं चल रहा है सदर अस्पताल का एम्बुलेंस 108 और 102, अधिकारी के पास कोई जवाब नहीं।
शिवहर सदर अस्पताल का दो एम्बुलेंस 108 और 102 ख़राब स्थिति में परा है और अधिकारी के पास कोई जवाब नहीं है। ज्ञात हो कि एम्बुलेंस 108 पिछले 01 सितम्बर 2015 से ख़राब स्थिति में सदर अस्पताल के प्रांगण में पड़ा है, जबकि एम्बुलेंस 102 पिछले 8 माह से पटना एजेंसी में बनने गया लेकिन वापस बन कर नहीं आ पाया है।
जब इस सम्बन्ध में कुछ अधिकारीगण से पूछा गया तो एक अधिकारी नाम नहीं बताने के शर्त पर बताते हैं कि यहाँ वरीय अधिकारी को सभी कार्यो पर कमीशन चाहिए जिसके कारण ये एम्बुलेंस नहीं बन पा रहा है।
वही जब सी0 एस0 से जानकारी ली गई तो उन्होंने कहा कि पहले एक एजेंसी के द्वारा इस एम्बुलेंस को चलाया जाता था लेकिन अब जल्द ही बन जायेगा।
लेकिन किसी के पास इस प्रश्न का उत्तर नहीं था कि आज तक यह दोनों एम्बुलेंस ख़राब क्यों पड़ा रहा।
लेकिन किसी के पास इस प्रश्न का उत्तर नहीं था कि आज तक यह दोनों एम्बुलेंस ख़राब क्यों पड़ा रहा।
आदित्य कुमार
संघर्षशील युवा अधिकार मंच
9430222994
संघर्षशील युवा अधिकार मंच
9430222994
सरोजा सीताराम सदर अस्पताल जल्द चालू कराने के लिए संघर्षशील युवा अधिकार मंच ने आंदोलन किया तो डीएम साहेब ने संकेत दिया था कि 6 अक्टूबर 2016 को अस्पताल चालू हो जाएगा इस खबर को दैनिक जागरण तथा राष्ट्रीय सहारा ने भी छापा था लेकिन 6 अक्टूबर के दो महिना बीत जाने के बाबजूद भी इस अस्पताल का उद्घाटन नही हो सका है | जो कि काफी दुखद है | आज अच्छे अस्पताल के अभाव मे लोगो को इलाज के लिए पटना,मुजफ्फरपुर या सीतामढ़ी जाना पड़ता है | जिससे न जाने कितने मरीज का जान रास्ते मे ही निकल जाता हैं | इस मौत के लिए आखिर जिम्मेदार कौन हैं ? जब सरकार को इस अस्पताल का उद्घाटन ही नही करना था तो आखिर इस अस्पताल को इतना पैसा लगा कर बनाया क्यो गया ? इस पैसा को अगर सरकार बैक मे जमा कर देती है निश्चित रूप से इसका सूद मिलाकर बहुत ज्यादा नुकसान हो चुका है | अगर 1 महिना के अन्दर इस अस्पताल का उद्धाटन नही हुआ तो संघर्षशील युवा अधिकार मंच आंदोलन तेज करेगा |
.................................................................मुकुन्द प्रकाश मिश्र
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