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Sunday, 31 December 2017

शिवहर - मोतिहारी रेल परियोजना का रद्द होने के पीछे क्या है कारन ?


भारतीय रेल अपनी किसी भी नयी परियोजना को शुरू करने से पहले रूट प्लान के आधार पे सर्वे करती है और उसके बाद इस पुरे परियोजना क एक बजट बनता  है ,
मान लीजिये की इस प्रोजेक्ट में सरकार अपना एक हजार करोड़ खर्च करती है तो रेलवे की पोलिशी ये ख्तिऊ है की ये १ हजार रुपए वपश आने में कितनी समय लगेगी और वर्तमान सरकार के रेल मंत्री के आकलन के अनुशार इस रेल लाइन में लगाये गए पैसे का रिकवरी आशानी सेनाही होने वाला है इसलिए उन्होंने इसे अस्थाई तोर पे रोक दिया है। 

इसके कई कारन होने सकते है लेकिन इस परियोजना पे सरकार और उनके संसद को एक ठोश रिसर्च की जरुरत है , सायद सरकार इसका रूट बदल कर एक नयी परियोजना का आधारशिला रखे जिस रूट में सरकार को आर्थिक नुकशान भी जायदा नहीं होने लेकिन किसि जिला में रेल नहीं होना एक भद्दा मजाक जैसा है ,


और  अल्तेर्नातिवेस के बारे में सरकार और रेल बिभाग को बताने काम इस पूरी परियोजना के छेत्र में आने वाले  एक कैबिनेट मिनिस्टर - राधामोहन सिंह , राम कुमार शर्मा संसद सीतामढ़ी , शिवहर संसद रमा देवी इन लोगो यदि ऐसानहीं करके सीधे आप इस परियोजना को रद्द करेंगे तो आने वाली चुनाव में शिवहर की जनता भी आपको रद्द कर देगी ,

ये सिर्फ रमा देवी ही नहीं अपितु सम्पूर्ण बीजेपी को एक इशारा है समय पे अपे गलती को सुधरने का। 

आखिर शिवहर के युवाओ ने नारा दे ही दिया है रेल नहीं तो वोट नहीं। 

(ये लेखक के निजी राय  है )

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